भारत के खनिज संसाधन (Minerals Resources of India)
Editor’s Comment: सुश्री सोनम देवाना (जयपुर) का आर्टिकल जो आरएएस (RAS), सिविल सेवा तथा राजस्थान एवं भारत की विभिन्न परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।
भारत खनिज संसाधन की दृष्टि से संपन्न देश है। भारत में खनिजों का वितरण असमान है । सर्वाधिक खनिज प्रायद्वीपीय पठारी प्रदेश में पाए जाते हैं,भारत के प्रायद्वीपीय भाग के दोनों ओर अवसादी चट्टानें स्थित है ,जिनमें जीवाश्म ईंधन पाए जाते हैं । राजस्थान में अरावली की उपस्थिति के कारण खनिज पाए जाते हैं ,उत्तरी मैदानी प्रदेश में खनिजों का अभाव है । खनिजों के भण्डार व उत्पादन की दृष्टि से झारखंड राज्य प्रथम स्थान पर है। राजस्थान दूसरे स्थान पर है ,राजस्थान में सर्वाधिक विविध प्रकार के खनिज पाए जाते हैं ,राजस्थान को खनिजों का अजायबघर कहा जाता है।

खनिजों के प्रकार
A धात्विक खनिज
1 लौह तत्व
a लौह अयस्क
1 मैग्नेटाइट- सर्वोच्च गुणवत्ता 70% से अधिक लौह अंश ,काला रंग (चुंबकीय गुण), कुल भंडार 25 %
2 हैमेटाइट- अशुद्धियां (सिलिका, चूना, ऑक्सीजन),60% लौह अंश,लाल रंग, कुल भंडार 75%उत्पादन- ओडिशा, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ ,महाराष्ट्र ,कर्नाटक
3 लिमोनाइट- अशुद्धियां (सिलिका, चूना,जल, ऑक्सीजन),पीला रंग, जलयोजित लौह अयस्कउत्पादन- पश्चिम बंगाल , हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड ,उत्तर प्रदेश
4 सीडेराइट- अशुद्धियां (कार्बन आदि),40% से कम अंश,भुरा रंगहिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड ,उत्तर प्रदेश
भारत की लौह पेटीयां

लौह अयस्क -उपयोग -1मशीनों में
2 लोहा इस्पात उद्योग में
3 विद्युत उपकरण में( लाउडस्पीकर )
4 औद्योगिक उपकरण बनाने में
bमैग्नीज
उत्पादन- 1ओडिशा (क्योंझर ,संबलपुुर)
2 गुजरात- (पंचमहल, बनासकाटा, साबर काटा,)
3 मध्यप्रदेश- (बालाघाट, चिदवाड़ा ,जबलपुर, झाबुआ)
4 महाराष्ट्र – (भंडार, नागपुर,रत्नागिरी)
5 कर्नाटक -(बेलारी, शिमोगा)
6 आंध्रप्रदेश- श्रीकाकुलम
7 झारखंड-सिंह भूमि
8 राजस्थान- (बांसवाड़ा, डूंगरपुर)

उपयोग- 1 लौहा इस्पात उद्योग में ।
2 रासायनिक उद्योग में ।
3 विरंजक ब्लीचिंग पाउडर में ।
4 कीटनाशक में5रंग रोगन मे ।
c क्रोमाइट
उत्पादन- उड़ीसा (जाजपुर) 98%
2 अलौह तत्व
a बॉक्साइट
उत्पादन- 1 ओडिसा(सुंदरगढ़, कालाहांडी, कोरापुट ,संबलपुर बोलानगीर
2 छत्तीसगढ़ -बस्तर ,बिलासपुर ,सरगुआ
3 झारखंड- (लोहार दंगा, पलामू ,गुमला, दुमका )
4 महाराष्ट्र-(रत्नागिरी ,सतारा , पुणे)
5 गुजरात- (जामनगर ,खेड़ा)
6 तमिलनाडू-( सालेम, मदुरई)
उपयोग – 1 वायुयान निर्माण में ।
2 एलुमिनियम से पैकेजिंग के लिए डिब्बे भी बनाए जाते हैं।
3 एलुमिनियम से बर्तनों का ।

b तांबा

उत्पादन-1 राजस्थान- खेतड़ी (झुंझुनू ),खो दरीबा (अलवर), रघुनाथगढ़ (सीकर)
2 मध्य प्रदेश- बेतूल( बड़गांव ),बालाघाट( मालजखंड की खानकी खान )
3 झारखंड -पश्चिम सिंहभूम (घाटशिला ,मुसावनी)
उपयोग-1 विद्युत तारों में ।
2 रासायनिक उद्योग व मिश्रित धातु के निर्माण में ।
3 सिक्के डालने में ।
4 पदक निर्माण में ।
C सीसा- जस्ता

उत्पादन- 1राजस्थान -जावर (उदयपुर )
2 गुजरात- बनासकाटा
3 पश्चिम बंगाल- दार्जिलिंग
4 झारखंड -धनबाद (तुंदू खान)
5 आंध्र प्रदेश- विशाखापट्टनम
6 सिक्किम – रंगपो
उपयोग – 1विद्युत का कुचालक लोहे को जंग रहित बनाने में जस्ता का उपयोग ।
2 पेंट, बैटरी, स्पेयर पार्ट, दवाइयों में ।
d टिन, टंगस्टन, निकल

टिन
उत्पादन- छत्तीसगढ़ (बस्तर जिला)
उपयोग – 1टाका उद्योग में ।
2 टिन की चद्दर बनाने में ।
3 डिब्बे बनाने में।
4 मिश्रित धातु में ।
टंगस्टन
उत्पादन-डेगाना
उपयोग-1बल्ब के तंतु बनाने में ।
2 एक्सरे ट्यूब में ।
3 रॉकेट नोज़ल बनाने में।
4 सैन्य उपकरणों में ।
निकल
उत्पादन-उड़ीसा (जाजपुर), सुकिंदा घाटी में
उपयोग- 1 जंग रहित स्टील बनाने में ।
e बहुमूल्य खनिज

a सोना
उत्पादन – 1 कर्नाटक – कोलार खान (मैसूर), हेतु ,रायचूर 2आंध्र प्रदेश- रामगिरि (अनंतपुर ),चित्तूर
उपयोग – 1आभूषण निर्माण में ।
2दवा निर्माण में ।
3 दवा निर्माण में ।
3 पदक व सीक्के निर्माण में।
4 दंत चिकित्सा में ।
b चांदी
1 राजस्थान- जावर
2जम्मू-कश्मीर – तुदू
3आंध्र प्रदेश- कुडप्पा ,गुंटुर
4 कर्नाटक- रायचूर, कोलार, चित्रदुर्ग
उपयोग -1 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने में ।
2गहने बनाने में ।
3 कलात्मक बर्तन बनाने में ।
4 पदक व सिक्के निर्माण में ।
B अधात्विक खनिज
aअभ्रक b जिप्सम

a अभ्रक
1 झारखंड- कोदरमा खान
2 आंध्र प्रदेश – नेलोर
3 राजस्थान- भीलवाड़ा
4 तमिलनाडु -कोयंबटूर
5 बिहार
उपयोग -1 नेत्र रक्षक चश्मे में।
2 मकानों की खिड़कियों में ।
3लालटेन में ।
b जिप्सम
उत्पादन- 1राजस्थान
2 तमिलनाडु – कोयंबटूर , तिरची चेगालपद
3जम्मू-कश्मीर -डोडा
उपयोग-1 सीमेंट निर्माण में ।
2 उर्वरको में ।
3प्लास्टर ऑफ पेरिस में ।
c एस्बेस्टस b चूना पत्थर

c एस्बेस्टस
उपयोग -1सीमेंट की चद्दर बनाने में।
2 छतों पर कोटिंग।
3 रबर निर्माण ।
4 रंग निर्माण में।
d चूना पत्थर
2 राजस्थान 3उड़ीसा
4गुजरात 5 मध्य प्रदेश
6 कर्नाटक 7 छत्तीसगढ़
8तमिलनाडु
उपयोग-1सीमेंट उद्योग में ।
2 घरो के कलर के लिए प्रयुक्त।
3 लोहा इस्पात उद्योग में।
e संगमरमर f हीरा

e संगमरमर
उत्पादन-
1 मध्य प्रदेश- जबलपुर, बेतूल
2आंध्र प्रदेश- विशाखापट्टनम
उपयोग -1शिल्प कला के निर्माण में
f हीरा
उत्पादन-
1 मध्यप्रदेश- पन्ना
2 कर्नाटक- रायचूर
3 आंध्रप्रदेश- गोलकुंडा
उपयोग -1 आभूषण निर्माण
2 शीशा काटने में
C ऊर्जा खनिज
a जीवाश्म
1 कोयला
भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं का लगभग 60% भाग कोयला के द्वारा पूरा होता है भारत में मुख्य रूप से बिटूमिनस कोयला पाया जाता है। भारत का कोयला मुख्य रूप से गोडवाना कर्म की चट्टानों में पाया जाता है ।अतः भारत के कोयले को गोंडवाना कोयला भी कहते हैं ।भारत में कोयला कई नदी घाटी क्षेत्रों में पाया जाता है जैसे दामोदर नदी घाटी क्षेत्र में कोयले के अत्यधिक भंडार मिलते हैं । अतः दामोदर नदी घाटी को भारत की रूर घाटी कहते हैं ।कोयला महानदी , सोन,वर्धा तथा गोदावरी नदी घाटी में भी पाया जाता है।

1 बिटूमिनस-उत्पादन- 1झारखंड- धनबाद (झरिया ),हजारीबाग (बोकारो गिर्दी ),पलामू 2पश्चिम बंगाल- रानीगंज (वर्धमान जिला)
उपयोग-1तापीय विद्युत परियोजनाओं में
2 साबुन बनाने में
3 अंगीठी जलाने में
4 रेल संचालन में
5धातु गलाने में
2 पेट्रोलियम
पेट्रोलियम अवसादी चट्टानों में पाया जाता है|
A तटीय – उत्पादन-1 गुजरात -अंकलेश्वर ,मेहसाना, लुनेज, सलोल ,कौशबी
2 असम- नुमालीगढ़, डिगबोई , नाहरकटिया ,मोरान
3 राजस्थान- जैसलमेर बेसिन (ONGC)- बागेवाला , चने वालाबाड़मेर -सांचौर बेसिन (केयर इंडिया)- मंगला, भाग्य, ऐश्वर्या ,वागीश्वरी ,राजेश्वरी ,सरस्वतीबीकानेर- नागौर – चूरू बेसिन- तूवरीवाला ,पुनम क्षेत्र।
B अपतटीयउत्पादन -1 गुजरात-अलियाबेत
2 महाराष्ट्र- मुंबई हाई बेसिन
3 आंध्र प्रदेश- कृष्णा- गोदावरी व कावेरी बेसिन, रवा
उपयोग-1 पेट्रोल -डीजल प्राप्त करने में ।
2वाहनों के उर्जा ईंधन के रूप में ।
3 वैसलीन निर्माण में ।
4 डामर निर्माण में ।

3 प्राकृतिक गैस

उत्पादन-
1खंभात की खाड़ी
2 मुंबई हाई बेसीन
3 कृष्णा -गोदावरी बेसिन
4अंडमान -निकोबार
उपयोग-1 पेट्रोकेमिकल व उर्वरक उद्योग में ।
2 सीएनजी के रूप में वाहनों में उपयोग ।
b परमाणु

1 थोरियम
उत्पादन -1 केरल में मोना ब्राइट मृदा
2 राजस्थान – उदयपुर
उपयोग-1 उत्प्रेरक के रूप मे ।
2 परमाणु ऊर्जा में ।
3 अत्यधिक उपयोग उद्दीपक गैस मेटलो में ।
2 यूरेनियम
उत्पादन-1 जम्मू कश्मीर- जादूगुड़ा ,नरवा पहाड़, भातिन , तुरामंडी
2 आंध्र प्रदेश- नेल्लूर, शंकर खान
3 मेघालय पठार- दोमिया सियात
उपयोग- 1 परमाणु बिजली स्टेशनों में उत्पन्न करने ।
2 गोला बारूद उद्योग में ।
Responses